जम्मू-कश्मीर से दुखद खबर; भारतीय सेना का 1 जवान शहीद, आतंकियों के साथ भीषण मुठभेड़ में गई जान, ताबड़तोड़ गोलीबारी हो रही

Kishtwar Encounter

Kishtwar Terrorists Encounter One Army Jawan Martyred in Ongoing Operation

Kishtwar Encounter: जम्मू-कश्मीर से फिर एक दुखद खबर आई है। यहां किश्तवाड़ जिले में आतंकियों से भीषण मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना के एक जवान की जान चली गई है। वहीं साथ ही दो आतंकियों के भी मारे जाने की खबर है। किश्तवाड़ के छतरू इलाके में ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सेना के जवानों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी है। साथ ही आतंकियों के साथ मुठभेड़ अभी जारी है। इस मुठभेड़ में अतिरिक्त जवानों को भी बुलाया गया है। सेना द्वारा घेरे गए आतंकी पाकिस्तान प्रायोजित जैश-ए-मोहम्मद के बताए जा रहे हैं।

सुबह शुरू हुई आतंकियों के साथ मुठभेड़

भारतीय सेना द्वारा आधिकारिक रूप से जानकारी दी गई कि, गुरुवार सुबह किश्तवाड़ के छतरू सिंहपोरा इलाके में आतंकियो के छिपे होने की सूचना पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ जाइंट ऑपरेशन शुरू किया गया। जहां तलाशी के दौरान अचानक आतंकवादियों ने हमला कर दिया। जिसके बाद सेना के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की और दोनों तरफ से भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। वहीं इस गोलीबारी में एक बहादुर जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। बेहतरीन इलाज और तमाम प्रयासों के बाद भी जवान की जान नहीं बचाई जा सकी।

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पहलगाम हमले के बाद आतंकियों के खिलाफ आक्रामक ऑपरेशन

पहलगाम हमले में 26 लोगों की हत्या के बाद आतंकियों के खिलाफ सेना का आक्रामक ऑपरेशन शुरू हो गया है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ 'ऑपरेशन ऑल आउट' चलाया जा रहा है। अभी हाल ही में 15 मई को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के अंतर्गत त्राल इलाके में भारतीय सेना की आतंकियों से भीषण मुठभेड़ हुई थी। सेना के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने भी संयुक्त ऑपरेशन किया। जिसमें पाकिस्तान प्रायोजित 3 आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया था।

13 मई को लश्कर के 3 आतंकवादी मारे गए

इससे पहले 13 मई को ही सेना ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां में बड़ा ऑपरेशन किया था। जहां 3 आतंकवादी मारे गए थे। ये तीनों आतंकवादी पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे और जम्मू-कश्मीर में कई हत्याओं को अंजाम देने में शामिल रहे। तीनों आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए थे। वहीं मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की एक तस्वीर भी सामने आई थी।

यह तस्वीर पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं को एक संदेश था। इस तस्वीर में आतंकी उसी तरह गोलियों से भुने जमीन पर पड़े हुए थे। जैसे पहलगाम हमले के बाद हमारे निर्दोष पर्यटक खून से लथपथ पड़े थे। हमारी सेना ने उनका इस कदर हुलिया बिगाड़ा था कि इन्हें अच्छे से जन्नत दी गई थी। वहीं आतंकियों को मारने के बाद उनकी लाशों के ढेर पर सेना के जवानों ने 'भारत माता की जय' और 'हर-हर महादेव' के नारे लगाए थे।

पहलगाम आतंकी हमले का जवाब- 'ऑपरेशन सिंदूर'

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 6-7 मई की रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकियों को खत्म करना था। जहां इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान में तबाही का मंजर बिखेर दिया। हमारी सेना जहां आतंकियों पर कहर बनकर टूटी तो वहीं आतंक के बचाव में आई पाकिस्तानी सेना को भी खूब धोया। पाक सेना की चौकियों और सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया गया। स्थिति यह रही कि भारत की 4 दिन की मार में पाकिस्तान सीजफायर का राग अलापने लगा और 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर आगे आकर बातचीत की।

'ऑपरेशन सिंदूर' में मारे गए 100 से ज्यादा आतंकी

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए और 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। वहीं साथ ही हाई वैल्यू टारगेट को न्यूट्रलाइज कर तीन बड़े आतंकियों को भी खत्म किया गया। जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे बड़े लक्ष्य शामिल थे, जो IC814 के हाईजैक और पुलवामा ब्लास्ट के साजिश कर्ता थे। इसके अलावा भारतीय सेना ने सटीक हमले में पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकाने तबाह किए। पाकिस्तानी के कई एयरबेसों और एयर डिफेंस सिस्टम को हम निशाना बनाने में सफल रहे।